Wednesday, 7 September 2011

मेरी नन्ही सी जान :)


एक प्यारा  सा  ख्वाब
जो  कभी  मेरी  आँखों  में  रहा  करता  था ..

आज जब उसने अपनी आँखें खोली तो ऐसा लगा  की
नन्हे से सागर में कहीं खो जाऊं  ..

वो नन्हे से हाथों ने जब मेरे हाथों को छुआ तो मानो
पूरी कायनात मेरे ही हाथों में समां गयी ...

वो मासूम सा चेहरा जो एक ही पल में मेरी ज़िन्दगी बन गया ..
ऐसा लगा जैसे एक नयी ज़िन्दगी की तलाश आज ख़त्म हो गयी ..

आज जब उसको मेरे सीने से लगाया गया ,
तो विश्वास हो गया की अब और तन्हाई नही ..

उसकी धडकनें ऐसा महसूस करा रही थी जैसे
ऐसा सुकून ही दिल को चाहिए था ..

वो कोमल नन्ही बाहें जब मुझे समेट नही पा रही थी ..
तो मेरे चेहरे की धीमी सी मुस्कान ने मुझे मेरे हर गम से दूर कर दिया ..

My soul says

1 comment:

  1. I wrote this poem when i saw my didi n her baby ...the baby used to cry cos she was not well...but a single smile at that baby's face make her mother more happier ... n she forget her every problem. i was just thinking bout the extent to which she can love her baby ... its not a poem...its just my experience..or u can say a beautiful experience :) <3

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